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Weather Alert: टीकमगढ़ में 8 इंच बारिश, भोपाल से उज्जैन तक भीग गया पूरा शहर,अलर्ट पर प्रशासन

Weather Alert: मध्यप्रदेश में इस बार मानसून ने जबरदस्त अंदाज़ में दस्तक दी है। रविवार को जैसे ही सूर्य ने आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश किया, वैसे ही बादल झूमकर बरसे और पूरे प्रदेश में सावन जैसी बारिश शुरू हो गई। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में दिनभर रुक-रुक कर तेज और हल्की बारिश होती रही, जिससे मौसम तो सुहाना हो गया, लेकिन शहर की व्यवस्थाएं लड़खड़ा गईं।

टीकमगढ़ में हालात सबसे ज्यादा बिगड़े, जहां बीते 17 साल में पहली बार 12 घंटे में रिकॉर्ड 8 इंच बारिश हुई। कई मोहल्ले जलभराव की चपेट में आ गए। सरकारी कॉलोनी, इंद्रपुरी, शिवनगर और सुभाषपुरम जैसे इलाकों में घरों के भीतर तक पानी घुस गया, जिससे लोग बेहद परेशान हैं।

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भोपाल में भी दोपहर के बाद मूसलधार बारिश शुरू हुई, जो शाम तक चलती रही। बादल बेहद नीचे, महज 240 मीटर की ऊंचाई पर छाए रहे, जिससे विजिबिलिटी घटकर सिर्फ 1000 मीटर रह गई। बारिश के चलते टीनशेड अटल पथ का चैंबर उफान पर आ गया और आंबेडकर नगर, अशोका गार्डन व महामाई का बाग जैसे इलाकों में गलियां पानी से लबालब हो गईं। ट्रैफिक जाम और सड़कों पर पानी ही पानी दिखाई दिया।

अब आगे क्या?

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ये बारिश यूं ही नहीं थमेगी। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम और ट्रफ लाइन से लगातार नमी आ रही है, जिससे अगले कुछ दिन और भी तेज बारिश हो सकती है। 25 जून से एक और सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिससे महीने के आखिर तक बरसात और ज्यादा तेज होने की संभावना है।

किन जिलों में खतरा ज्यादा

सोमवार को मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों – टीकमगढ़, उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर, विदिशा, राजगढ़, रायसेन जैसे इलाकों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। यानी यहां अति भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, धार, सागर समेत 10 अन्य जिलों में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही इन इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी दी गई है।

संक्षेप में कहें तो, इस बार मानसून पूरे दमखम के साथ आया है और आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों को इससे संभलकर रहना होगा। पानी से भरे रास्ते, ट्रैफिक की परेशानी और जलभराव अब आम नजारा हो सकते हैं। ऐसे में प्रशासन और लोगों – दोनों को ही अलर्ट रहना होगा।

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