गंगापुर के शिक्षक लोकेश कवड़कर ने लगाए 50 पौधे — विद्यार्थियों ने अपनी माँ के नाम पर रोपे वृक्ष

गंगापुर, 26 जून 2025 (गुरुवार)
“यदि उत्सव को सेवा से जोड़ा जाए, तो वह संस्कार बन जाता है।”
शासकीय एकीकृत विद्यालय गंगापुर के अतिथि शिक्षक श्री लोकेश कवड़कर ने अपनी माँ श्रीमति दीपा कवड़कर के 50 वें जन्मदिवस को एक यादगार और प्रेरणादायक कार्य में बदलकर यही सिद्ध किया।
उन्होंने विद्यालय परिसर में 50 पौधे लगाए — और इस कार्य को केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि मातृसम्मान और पर्यावरण संरक्षण की सामूहिक चेतना में बदल दिया। हर विद्यार्थी को आमंत्रित किया गया कि वे अपनी माँ के नाम पर एक पौधा लगाएँ।
प्रकृति के प्रतीकों में छिपे जीवन मूल्य
इस आयोजन में लगाए गए पौधे मात्र हरियाली के साधन नहीं थे, बल्कि वे संस्कारों के प्रतीक थे।
इन वृक्षों के माध्यम से बच्चों ने न केवल पौधारोपण किया, बल्कि उन्होंने हर एक पौधे में एक विचार, एक मूल्य और एक संकल्प भी रोपा।
श्री लोकेश कवड़कर ने कहा —
“माँ जीवन की जड़ होती हैं, और ये वृक्ष पृथ्वी की। दोनों हमें जीवन देते हैं।
ग्राम पंचायत सरपंच महोदया श्रीमति लीला देशुमख,विद्यालय के प्राचार्य श्री दिनेश अतकरे, शिक्षिका सुरेखा पाटिल, सुरेखा मगरदे, शाला अध्यक्ष विट्ठल आवारे ,कैलाश देशमुख एवं ग्रामवासियों ने इस कार्य की सराहना करते हुए कहा —
“ऐसे प्रयास बच्चों में न केवल संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी जागृत करते हैं, बल्कि उनके भीतर प्रकृति से जुड़ाव और कृतज्ञता की भावना भी मजबूत करते हैं।”
हर पौधा, एक वादा
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम के अंत में सभी विद्यार्थियों ने यह संकल्प लिया कि वे इन पौधों की निरंतर देखभाल करेंगे और हर वर्ष कम से कम एक पौधा लगाकर इस परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।
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यह आयोजन एक शिक्षक के व्यक्तिगत प्रेम को सार्वजनिक प्रेरणा में बदलने का सुंदर उदाहरण है — जहाँ हर पौधा एक माँ की छाया है, और हर बच्चा एक जिम्मेदार नागरिक बनने की ओर एक कदम।