उमा भारती का दर्द: BJP में होने से परिवार को उठाना पड़ा नुकसान

MP News: भाजपा की जानी-मानी नेता और मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बार उन्होंने एक इमोशनल एक्स पोस्ट के जरिए अपने परिवार के संघर्ष की कहानी सबके सामने रखी। उन्होंने लिखा कि अगर वह चुनाव न लड़तीं तो उनके भाई या भतीजे शायद बहुत पहले सांसद या विधायक बन जाते। पार्टी ने उनके भतीजे राहुल को टिकट देकर कोई एहसान नहीं किया, बल्कि यह पार्टी की मजबूरी थी। उनके शब्दों में साफ झलकता है कि राजनीतिक जीवन ने उनके परिवार को कितनी बड़ी कीमत चुकाने पर मजबूर कर दिया।
परिवार पर झूठे आरोप और कोर्ट में लड़ाई
उमा भारती ने अपने पोस्ट में बताया कि चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या फिर भाजपा की, उनके परिवार को हमेशा झूठे आरोपों में फंसाया गया। कभी डकैती तो कभी लूट जैसे मामलों में उनका नाम घसीटा गया, लेकिन हर बार अदालत ने उनके परिवार को निर्दोष साबित किया। उन्होंने भावुक अंदाज में यह भी कहा कि सिर्फ राजनीतिक वजहों से उनके परिवार को बार-बार मानसिक और सामाजिक अपमान झेलना पड़ा। उनका दर्द इस बात से भी झलकता है कि उन्होंने कहा कि पार्टी के बड़े नेताओं के परिवारों को शायद इतने कष्ट नहीं उठाने पड़े जितने उनके परिवार ने उठाए।
संन्यास के बाद भाई को सौंपी जिम्मेदारी
उमा भारती ने अपने पोस्ट में लिखा कि अब उन्होंने अपने छोटे भाई को परिवार की जिम्मेदारी सौंप दी है। साथ ही बताया कि संन्यास लेने के बाद उनके दो भतीजे-भतीजी नित्या और नील उनके साथ रहते हैं और उनका सहारा बने हुए हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि राजनीति में सक्रिय रहना सिर्फ व्यक्ति की ही नहीं बल्कि पूरे परिवार की परीक्षा बन जाता है। यह भावुक संदेश पढ़कर साफ पता चलता है कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में जो भी हासिल किया, उसकी बड़ी कीमत उनके परिवार ने चुकाई।