
दिमाग के हर पुर्जे की सर्विसिंग कर देगा धरती का पहलवान फल, इसकी खेती की कमाई में आज भी है किसानो का जलजला आज हम आपके लिए लाए हैं एक बेहद ही लाजवाब फल, जिसे कहते हैं रुबी रोमन कांगुर्च (Ruby Roman Grapes). सुनने में ही इतना शानदार लगता है, तो ज़ाहिर है इसके फायदे भी कमाल के होंगे. चलिए जानते हैं क्या है इस खास किस्म के अंगूर की कहानी.
रुबी रोमन के फायदे
- एंटीऑक्सिडेंट्स का खज़ाना : ये अंगूर एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो हमारे शरीर के सेल्स को नुकसान से बचाते हैं. ये नुकसान फ्री रेडिकल्स नाम के तत्वों की वजह से होता है और इससे कई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती हैं.
- कई बीमारियों से बचाव : रुबी रोमन अंगूर दिल, दिमाग, कैंसर, पाचन क्रिया, रोग प्रतिरोधक क्षमता, आंखों की रोशनी, दिमाग का स्वास्थ्य, और यहां तक कि ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखने में मददगार माने जाते हैं.
कैसे होती है इसकी खेती
रुबी रोमन अंगूर सिर्फ जापान में ही उगाए जाते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि वहां का वातावरण इसकी खेती के लिए सबसे अनुकूल है. बताया जाता है कि कुछ विदेशी देशों में भी इसकी खेती की जाती है, लेकिन मात्रा बहुत कम होती है. यही वजह है कि ये अंगूर इतने महंगे बिकते हैं और इन्हें सिर्फ अमीर लोग ही खरीद पाते हैं. रुबी रोमन की खेती एक खास तरीके से की जाती है और इसमें काफी समय भी लगता है. इनका फल लगने में कम से कम 14 से 15 साल का वक्त लग जाता है.
रुबी रोमन की खासियत
अंगूर खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है और इसीलिए लोग इन्हें खूब खाते हैं. आम अंगूर तो आपको 80 से 100 रुपये किलो के आसानी से मिल जाएंगे, लेकिन रुबी रोमन की कीमत इतनी ज्यादा होती है कि आप इन्हें आसानी से नहीं खरीद सकते. ये अंगूर एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाते हैं. इनमें कई ऐसे विटामिन भी पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं.
हजारों में है कीमत
बताया जाता है कि साल 2020 में रुबी रोमन के एक गुच्छे की कीमत तकरीबन 10 लाख रुपये लगी थी. इतनी ऊंची कीमत होने के बावजूद लोग इसे खरीदने के लिए तैयार रहते हैं. इसकी खासियत के चलते लोग इस पर लाखों रुपये खर्च करने को तैयार हो जाते हैं रुबी रोमन अंगूर जापान के इशिकावा प्रीफेक्चर में उगाए जाते हैं और बाजार में इनकी बहुत डिमांड रहती है. लोग अक्सर इन्हें अपने प्रियजनों को उपहार में भी देते हैं. विदेशों में तो इसे एक बहुत ही खास तोहफा माना जाता है.