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Swachh Survekshan 2024: राष्ट्रपति Murmu करेंगी सम्मानित इंदौर, उज्जैन, भोपाल, देवास, बुदनी और शाहगंज

MP News: स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में मध्यप्रदेश के आठ शहरों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराया है। 17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इंदौर, उज्जैन, भोपाल, देवास, बुदनी और शाहगंज को सम्मानित करेंगी। जबलपुर और ग्वालियर को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अलग-अलग कैटेगरी में मिनिस्ट्रियल अवॉर्ड मिलेगा, जिससे प्रदेश की स्वच्छता यात्रा को नई पहचान मिलेगी।

स्वच्छता में शानदार प्रदर्शन का सम्मान

इंदौर, उज्जैन और बुदनी को सुपर स्वच्छ लीग श्रेणी में शामिल किया गया है जबकि भोपाल, देवास और शाहगंज को राष्ट्रपति पुरस्कार दिया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य स्वच्छता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शहरों को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है। जबलपुर को विशेष श्रेणी पुरस्कार और ग्वालियर को राज्य स्तरीय पुरस्कार मिलने जा रहा है। इस अवसर पर कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग और खुले में शौच से मुक्त (ODF++) और वॉटर प्लस प्रमाणीकरण के नतीजे भी घोषित होंगे। इस वर्ष का सर्वेक्षण “रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल” थीम पर आधारित था, जिससे पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा मिला है।

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राजधानी दिल्ली में होगा राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह

17 जुलाई को सुबह 11 बजे विज्ञान भवन, नई दिल्ली में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 का पुरस्कार समारोह आयोजित होगा। इसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य मंत्री तोखन साहू मुख्य अतिथि रहेंगे। इस दौरान देशभर के विभिन्न राज्यों के शहरों को उनके सतत प्रयासों और नागरिकों की भागीदारी के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में उन शहरों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने लगातार तीन वर्षों में कम से कम एक बार शीर्ष तीन में स्थान पाया और अब भी अपनी श्रेणी के शीर्ष 20 प्रतिशत में बने हुए हैं।

सबसे बड़े सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के शहरों की मजबूत उपस्थिति

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 दुनिया का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण माना जाता है, जिसमें इस वर्ष लगभग 4,500 से अधिक शहरों के प्रत्येक वार्ड का करीब 3 हजार से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा 45 दिनों तक गहन निरीक्षण किया गया। सर्वेक्षण में 11 लाख से अधिक घरों का भी आंकलन हुआ। 14 करोड़ से ज्यादा नागरिकों ने फीडबैक देकर इस प्रक्रिया को और व्यापक बनाया। इस बार सुपर स्वच्छ लीग (SSL) जैसी नई पहल शुरू की गई, जिससे शीर्ष शहरों को अपनी स्थिति बनाए रखने और अन्य शहरों को प्रेरित करने का अवसर मिला। इसके अलावा 44 नगरीय निकायों ने वॉटर प्लस प्रमाणीकरण के लिए भी आवेदन प्रस्तुत किए हैं, जो शहरों की जल प्रबंधन क्षमता को दर्शाता है। मध्यप्रदेश के लिए यह उपलब्धि न केवल गर्व का विषय है बल्कि अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।

Ankush Baraskar

मेरा नाम Ankush है मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर हूँ। मुझे कंटेंट राइटिंग में लगभग 3 साल का अनुभव है। मैं अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च करके ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, और ट्रेंडिंग से जुड़े आर्टिकल लिखता हूँ।

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