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अब मिलेगी 24 घंटे ‘Air एंबुलेंस’ सेवा, जानिए कितना होगा खर्च

MP News: मध्यप्रदेश में पिछले दो महीने से ठप पड़ी पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा को अब और बेहतर सुविधाओं के साथ फिर से शुरू किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने नई एजेंसी के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है, जिसमें हेलीकॉप्टर और विमान दोनों 24 घंटे मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस सेवा का लाभ आयुष्मान कार्ड धारकों को मुफ्त में मिलेगा जबकि अन्य को प्रति घंटे करीब दो लाख रुपये का भुगतान करना होगा।

एयर एंबुलेंस सेवा से अब तक 62 मरीजों को मिला लाभ

प्रदेश में मई 2024 में शुरू हुई एयर एंबुलेंस सेवा के तहत अब तक 62 मरीजों को एयरलिफ्ट किया गया। इनमें सबसे ज्यादा 19 मरीज उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल के गृह जिले रीवा के हैं। रीवा के 17 मरीजों को नि:शुल्क और दो को सशुल्क सेवा मिली। वहीं जबलपुर से 11, भोपाल से 8, छतरपुर से 6, ग्वालियर व दिल्ली से 3-3 मरीजों को यह सेवा दी गई। इसके अलावा बालाघाट, इंदौर, पन्ना से 2-2 और बैतूल, कटनी, नरसिंहपुर, सतना, उज्जैन से 1-1 मरीजों को एयर एंबुलेंस सेवा का लाभ मिला। सबसे ज्यादा 14 केस हृदय रोग के थे, श्वसन रोग के 10 और सड़क हादसों में 7 बार यह सेवा दी गई।

नई व्यवस्था में क्या होगा खास

नई एजेंसी को एक हेलीकॉप्टर और एक विमान डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और पायलट के साथ 24 घंटे उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। इस बार टेंडर में दो इंजन वाले हेलीकॉप्टर की शर्त भी जोड़ी गई है, जो रात में भी उड़ान भर सकेगा। हेलीकॉप्टर के लिए एक लाख 94 हजार 500 रुपये प्रति घंटे और फिक्स्ड विंग एयर एंबुलेंस के लिए एक लाख 78 हजार 900 रुपये प्रति घंटे शुल्क निर्धारित है। हालांकि इस शुल्क में बदलाव भी संभव है।

नई एजेंसी के साथ तीन साल का अनुबंध होगा, जिसे बेहतर सेवा पर एक साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। भोपाल में एयर एंबुलेंस तैनात रहेंगी और मांग आने पर तुरंत रवाना होंगी। साथ ही कमांड सेंटर की स्थापना की जाएगी, जहां से पूरे संचालन की निगरानी होगी। आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए यह सेवा पूरी तरह नि:शुल्क होगी जबकि अन्य को सशुल्क सुविधा मिलेगी, जिसमें रात के समय सेवा थोड़ी महंगी रहेगी। स्वास्थ्य प्रमुख सचिव संदीप यादव के अनुसार इस बार सेवा को और आधुनिक और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया है, जिससे ज्यादा जिलों के मरीजों को इसका लाभ मिल सके।

सेवा के फिर शुरू होने से बढ़ी उम्मीदें

प्रदेश में आखिरी बार 4 मई 2025 को विदिशा के मरीज को भोपाल से नागपुर भेजा गया था। इसके बाद से सेवा ठप रही, जिससे गंभीर मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब नई एजेंसी और बेहतर शर्तों के साथ सेवा शुरू होने से उम्मीद है कि प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा जिलों के मरीजों को समय पर इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा सकेगा। इससे न सिर्फ जान बचाई जा सकेगी, बल्कि आपात स्थिति में मरीजों को तुरंत बड़े शहरों के अस्पतालों में पहुंचाना भी आसान होगा।

Ankush Baraskar

मेरा नाम Ankush है मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर हूँ। मुझे कंटेंट राइटिंग में लगभग 3 साल का अनुभव है। मैं अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च करके ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, और ट्रेंडिंग से जुड़े आर्टिकल लिखता हूँ।

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