Malegaon Blast Case : मालेगांव विस्फोट केस में अदालत से बरी होने के बाद साध्वी प्रज्ञा की पहली प्रतिक्रिया

Malegaon में हुए धमाकों के मामले में मुंबई की विशेष अदालत से बरी होने के बाद भाजपा नेता और भोपाल की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। दो दिन की चुप्पी के बाद साध्वी प्रज्ञा ने सोशल मीडिया पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस समेत तमाम विरोधियों को आड़े हाथों लिया और भगवा, हिंदुत्व और सनातन की जीत का जिक्र किया।
साध्वी प्रज्ञा ने सोशल मीडिया पर क्या लिखा
अदालत के फैसले के बाद साध्वी प्रज्ञा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भगवा आतंकवाद और हिन्दू आतंकवाद के जन्मदाता कांग्रेस समेत सभी विधर्मियों का मुंह हुआ काला। भगवा, हिंदुत्व और सनातन की विजय पर समस्त सनातनियों और देशभक्तों का हुआ बोलबाला। साथ ही उन्होंने जय हिन्दूराष्ट्र, जय श्री राम के नारे के साथ अपनी पोस्ट को समाप्त किया।
अदालत में साध्वी प्रज्ञा का दर्द
कोर्ट में फैसले के समय साध्वी प्रज्ञा समेत सभी 7 आरोपी मौजूद थे। उस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने अपने दर्द को साझा करते हुए कहा कि उन्हें 13 दिन तक टॉर्चर किया गया। 17 साल संघर्ष किया और अपमान सहा। एक साध्वी को आतंकवादी बना दिया गया। ठाकुर ने कहा कि भगवा को कलंकित किया गया और अदालत के फैसले से वो खुश हैं क्योंकि अदालत ने उनके दर्द को समझा। उन्होंने इसे अपनी नहीं बल्कि भगवा की जीत बताया।
हिंदुत्व की विजय का संदेश
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि इस फैसले से साबित हुआ कि हिंदुत्व की विजय हुई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल किया, उन्हें इसका दंड मिलेगा। अपने संदेश में उन्होंने यह भी कहा कि उनका जीवन अब सार्थक हुआ है और ये केवल उनके लिए नहीं बल्कि पूरे सनातन समाज और राष्ट्र के लिए जीत है।
कांग्रेस पर साध्वी का तीखा हमला
अपने पोस्ट और बयान में साध्वी प्रज्ञा ने सीधे तौर पर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही भगवा आतंकवाद का झूठा नैरेटिव गढ़ा और हिंदुओं को बदनाम करने की कोशिश की। लेकिन अदालत के इस फैसले से कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हो गया है।
भगवा को कलंकित करने का आरोप
साध्वी प्रज्ञा का कहना है कि इस केस के जरिए भगवा को बदनाम करने की साजिश रची गई थी। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले से अब सच सामने आ गया है और उनके साथ हुए अन्याय का भी जवाब मिला है। उन्होंने इसे केवल कानूनी नहीं बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक जीत करार दिया।
फैसले के बाद साध्वी की भावनाएं
फैसला सुनने के बाद साध्वी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि ये केस उन्होंने नहीं जीता बल्कि ये भगवा और हिंदुत्व की जीत है। 17 साल की लंबी लड़ाई के बाद उन्हें न्याय मिला और इस फैसले ने उनके दर्द को सम्मान दिया।
सनातनियों को साध्वी की बधाई
अंत में साध्वी प्रज्ञा ने सभी सनातनियों और राष्ट्रभक्तों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे सनातन धर्म और हिंदू समाज की जीत है। जय श्री राम और जय हिन्दूराष्ट्र के नारों के साथ उन्होंने अपने संदेश को पूरा किया।