रक्षाबंधन पर लाड़ली बहनों को नहीं मिलेगी अगली किस्त? जानें वजह और समाधान

MP News: रक्षाबंधन जैसे खास मौके पर इस बार मध्य प्रदेश की लाखों लाड़ली बहनों के लिए खुशी अधूरी रह सकती है। सरकार की सख्ती और तकनीकी खामियों की वजह से लाड़ली बहना योजना की अगली किस्त और रक्षाबंधन पर मिलने वाली 250 रुपए की अतिरिक्त सहायता रुक सकती है। वजह है ई-केवाईसी और समग्र आईडी अपडेट न होना, जो हजारों महिलाओं की उम्मीदों पर पानी फेर सकता है।
ई-केवाईसी नहीं तो रकम नहीं
मध्य प्रदेश की करीब 1.27 करोड़ महिलाओं को हर महीने लाड़ली बहना योजना से आर्थिक मदद मिलती है। लेकिन इस बार अगर ई-केवाईसी और समग्र आईडी अपडेट नहीं हुई, तो रक्षाबंधन से पहले रकम खातों में नहीं आएगी। सिर्फ यही नहीं, वृद्धा पेंशन और मुख्यमंत्री कन्या विवाह जैसी अन्य योजनाओं का लाभ भी बिना सही जानकारी और बायोमेट्रिक सत्यापन के अटक सकता है। OTP आधारित केवाईसी अब पूरी तरह बंद हो चुकी है और अब सिर्फ IRIS या फिंगरप्रिंट से ही सत्यापन संभव है। जिन महिलाओं की समग्र प्रोफाइल में गलत पारिवारिक स्थिति या डुप्लिकेट आईडी पाई जाएगी, वे भी लाभ से वंचित रह जाएंगी।
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कैसे करें जल्द से जल्द सुधार
अब भी वक्त है! महिलाएं नजदीकी CSC सेंटर, लोक सेवा केंद्र या पंचायत भवन जाकर अपनी ई-केवाईसी करवा सकती हैं। प्रक्रिया पूरी होने पर स्क्रीन पर “Success” का मैसेज आना जरूरी है, तभी अगली किस्त का रास्ता साफ होगा। सरकार की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि गलत बैंक खाता, पुरानी पारिवारिक जानकारी या अधूरी प्रोफाइल योजना से बाहर कर सकती है। खासकर विधवा, तलाकशुदा और परित्यक्ता महिलाओं को नई स्थिति दर्ज कराना अनिवार्य है।
दिवाली पर बढ़ेगी राहत, लेकिन शर्तें भी सख्त
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिवाली 2025 से लाड़ली बहनों को हर महीने 1500 रुपए और अगले दो साल में 3000 रुपए देने की घोषणा की है। हालांकि यह राहत उन्हीं महिलाओं तक पहुंचेगी, जिनकी समग्र आईडी और ई-केवाईसी समय पर अपडेट हो चुकी होगी। ग्रामीण इलाकों की महिलाओं के लिए यह प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल जरूर है, लेकिन यही पारदर्शिता योजना को मजबूत भी बनाएगी और फर्जी लाभार्थियों को हटाएगी। इससे असली हकदार बहनों को ही लाभ मिल सकेगा और भविष्य में भी उनकी मदद जारी रह पाएगी।