Ashoknagar School Crisis: अशोकनगर में शौचालय में चल रहा स्कूल, जर्जर बिल्डिंग पर मानव अधिकार आयोग का नोटिस

Ashoknagar School Crisis: मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के विकासखंड अंतर्गत ग्राम सेमरी अहीर में शासकीय प्राथमिक विद्यालय की स्थिति अत्यंत दयनीय है। जर्जर बिल्डिंग और बारिश में छत से टपकते पानी के कारण बच्चे शौचालय में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यह स्थिति शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी दावों की पोल खोलती है। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और कलेक्टर, अशोकनगर को नोटिस जारी कर दो सप्ताह में जांच प्रतिवेदन मांगा है।
यह भी पढ़े: MP Anganwadi Recruitment 2025: आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका भर्ती के लिए आज आखिरी मौका, 2.70 लाख से अधिक आवेदन
जर्जर बिल्डिंग, शौचालय में पढ़ाई
सेमरी अहीर के प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। बारिश के मौसम में छत से पानी टपकने के कारण कक्षाएं संचालित करना असंभव हो गया है। नतीजतन, बच्चों को शौचालय में बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है, जहां उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी, अपर्याप्त जगह, और अस्वच्छ वातावरण बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर बुरा असर डाल रहे हैं। यह स्थिति बच्चों के शिक्षा के अधिकार और स्वास्थ्य के अधिकार का स्पष्ट उल्लंघन है।
मानव अधिकार आयोग की कार्रवाई
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने इसे बच्चों के मानव अधिकारों का गंभीर उल्लंघन माना और कलेक्टर, अशोकनगर को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर जांच और कार्रवाई का प्रतिवेदन मांगा है। आयोग ने यह भी निर्देश दिया कि ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। यह कदम बच्चों को सुरक्षित और स्वच्छ शिक्षण वातावरण प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
यह मामला मध्यप्रदेश में ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को उजागर करता है। सरकार को तत्काल बिल्डिंग की मरम्मत, वैकल्पिक कक्षा व्यवस्था, और स्वच्छ शौचालय सुविधाओं को सुनिश्चित करना चाहिए। बच्चों को शौचालय जैसे अस्वच्छ स्थान पर पढ़ने के लिए मजबूर करना न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है, बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी खतरे में डालता है।