Ashok Nagar News: मल खिलाने के आरोप पर सियासी संग्राम, कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने, वायरल वीडियो ने बदला गेम

Ashok Nagar News: मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के मूड़रा बरवाह गांव में एक युवक को कथित तौर पर मल खिलाने की घटना ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। इस मामले में कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं, जहां कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया, वहीं भाजपा ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। एक 25 लाख रुपये की डिमांड का वायरल वीडियो ने विवाद को और हवा दी है। पुलिस और SP ने मल खिलाने के आरोपों को गलत बताया है, लेकिन सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही।
अशोकनगर के मुंगावली थाना क्षेत्र के मूड़रा बरवाह गांव में गजराज लोधी ने आरोप लगाया कि गांव के सरपंच विकास यादव ने राशन पर्ची मांगने पर उसे मानव मल खिलाया और निर्वस्त्र कर मारपीट की। गजराज और उनके भाई रघुराज लोधी ने बताया कि यह घटना 18 जून 2025 को हुई, और आरोपी कथित तौर पर स्थानीय BJP विधायक बृजेंद्र यादव के समर्थक हैं। पीड़ितों का दावा है कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की। 25 जून को गजराज और रघुराज ने जीतू पटवारी से भोपाल में मुलाकात की और अपनी आपबीती सुनाई।
जीतू पटवारी का हमला
जीतू पटवारी, मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, ने इस मामले को दलित और पिछड़ा वर्ग के खिलाफ अत्याचार का प्रतीक बताया। उन्होंने X पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें पीड़ित अपनी बात रख रहे हैं, और अशोकनगर कलेक्टर आदित्य सिंह को फोन पर 8 दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया। पटवारी ने कहा कि मामला राहुल गांधी तक पहुंच गया है, और अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह खुद मूड़रा गांव जाएंगे। उन्होंने BJP सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपराधियों को संरक्षण दे रही है और दलितों-पिछड़ों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं।

BJP का पलटवार और 25 लाख डिमांड वीडियो
BJP ने इस मामले को कांग्रेस की साजिश करार दिया। प्रदेश BJP मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह झूठा है और इसका मकसद विधायक बृजेंद्र यादव को बदनाम करना है। एक वायरल वीडियो में रघुराज लोधी, सरपंच पुत्र विकास यादव से 25 लाख रुपये मांगता दिख रहा है, जिसमें वह कहता है कि उसके पीछे बड़े नेताओं का समर्थन है। BJP ने इसे ब्लैकमेलिंग का सबूत बताया और कहा कि कांग्रेस जातिवाद फैलाकर वोटबैंक की राजनीति कर रही है। SP निर्मल कुमार शर्मा ने भी मल खिलाने के आरोपों को खारिज किया, यह कहते हुए कि प्रारंभिक जांच में युवक नशे में था और गांव वालों ने उस पर पानी डाला था।
पुलिस की जांच और स्थिति
अशोकनगर SP ने बताया कि 18 जून को जनसुनवाई में गजराज और रघुराज ने केवल चुनावी रंजिश की शिकायत की थी, जिसमें मल खिलाने का कोई जिक्र नहीं था। बाद में 25 जून को मल खिलाने का आरोप जोड़ा गया। पुलिस ने FIR दर्ज की है और जांच शुरू की, लेकिन मल खिलाने की पुष्टि नहीं हुई। गजराज के शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए हैं और 25 लाख डिमांड वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है। मेडिकल जांच में गजराज के नशे में होने की बात सामने आई।
सियासी हलचल
यह मामला मध्यप्रदेश में दलित और OBC उत्पीड़न के मुद्दे पर सियासी जंग का केंद्र बन गया है। कांग्रेस इसे BJP सरकार की नाकामी और दलित विरोधी नीति के रूप में पेश कर रही है, जबकि BJP इसे फर्जी और ब्लैकमेलिंग का मामला बता रही है। X पर इस मुद्दे ने तूल पकड़ा, जहां #AshoknagarIncident और #JituPatwari ट्रेंड कर रहे हैं। लोग इसे सामाजिक अन्याय और सियासी खेल दोनों के रूप में देख रहे हैं। कुछ यूजर्स ने मानव मल खिलाने के दावे पर सवाल उठाए, जबकि अन्य ने त्वरित कार्रवाई की मांग की।