सावन में भाजपा नेताओं को मिलेगा तोहफा, निगम मंडलों में होंगी नई नियुक्तियां

MP News: भोपाल में भाजपा नेताओं के लिए यह सावन नई उम्मीदें लेकर आया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की विदेश यात्रा से वापसी के बाद निगम, मंडलों और अन्य रिक्त पदों पर नियुक्तियों का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। दिल्ली से मिले निर्देशों के बाद अब संगठन और सत्ता के बीच समन्वय से नए नाम तय कर अंतिम मुहर लगाई जाएगी।
संगठन और सत्ता के बीच नामों पर सहमति
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस मसले पर केंद्रीय नेतृत्व से बातचीत कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष से रिक्त पदों के लिए योग्य व्यक्तियों के नाम देने को कहा है। बताया जा रहा है कि इस बार पुराने चेहरों के बजाय नए चेहरों को मौका देने पर जोर रहेगा। सांसद और विधायकों को अन्य पद न देने का निर्णय पहले ही हो चुका है। जिला स्तर की नियुक्तियां, वरिष्ठ पार्षद और जन भागीदारी समिति के नामों पर काम लगभग पूरा हो चुका है और जल्द घोषणा हो सकती है।
मुख्यमंत्री की 13 से 19 जुलाई तक दुबई और स्पेन की यात्रा के बाद 20 जुलाई को सभी नेताओं के साथ चर्चा कर नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा। इन नियुक्तियों में जातिगत संतुलन, क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व और संगठन के प्रति निष्ठा को सबसे अहम माना जाएगा। संगठन के लिए भी यह चुनौतीपूर्ण है क्योंकि हर पद के लिए कई दावेदार हैं, लेकिन पिछली बार पद पर रह चुके नेताओं को शायद ही इस बार अवसर मिले।
नए चेहरे और सकारात्मक माहौल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल में अब तक हुई नियुक्तियों को लेकर भाजपा में सकारात्मक माहौल बना है। नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल लगातार वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से भी चर्चा हो चुकी है।
MP Weather Update: मध्यप्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आज का मौसम
दिल्ली से मिले निर्देशों के बाद नियुक्तियों में तेजी आना तय है। लंबे समय से नियुक्तियों का इंतजार कर रहे नेताओं के लिए यह सावन राहत और नई जिम्मेदारियां लेकर आएगा। संगठन और सत्ता के बीच बेहतर तालमेल से रिक्त पद जल्द भरने की उम्मीद है। पूर्व में जो नेता पदों पर रह चुके हैं, उन्हें इस बार मौका मिलने की संभावना कम है। नई नियुक्तियों में निष्ठा और काम की क्षमता को महत्व दिया जाएगा।