
1 एकड़ जमीन के गेहूँ में इतना डाले यूरिया होगा अल्लीलोड उत्पादन, जाने पूरी जानकारी गेहूँ की फसल किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण फसल है। किसान गेहूँ की फसल के लिए बहुत मेहनत करते हैं। अभी कुछ इलाकों में गेहूँ की बुवाई हो चुकी है, तो कुछ इलाकों में अभी भी जारी है। किसानों को गेहूँ की बुवाई को लेकर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जैसे कितनी यूरिया का इस्तेमाल करना चाहिए, फसल को कितनी मात्रा में सिंचाई करनी चाहिए, खरपतवार कैसे खत्म करें। किसानों को इन सभी बातों की बहुत चिंता रहती है।
6 लाख रुपए में लाए ये चमचमाती 7 Seater SUV, लक्ज़री फीचर्स के साथ कंटाप माइलेज
गेहूँ की फसल किसानों के लिए आय का बहुत महत्वपूर्ण स्रोत मानी जाती है। इसलिए इसे सही तरीके से बोना और सही तरीके से उत्पादन करना किसानों के लिए बहुत जरूरी है। अब हम आपको बताते हैं कि गेहूँ की फसल में कितनी यूरिया का इस्तेमाल करना है ताकि बंपर उत्पादन प्राप्त किया जा सके। गेहूँ की फसल में सही मात्रा में यूरिया का इस्तेमाल फसल के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। फसल तभी सही तरीके से उत्पादन कर पाती है जब उसे सही पोषण और नाइट्रोजन मिले। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
गेहूँ की फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे पहले इसे बहुत अच्छे खाद और पानी की जरूरत होती है। इसे सही मात्रा में इस्तेमाल करने से गेहूँ का अच्छा उत्पादन मिलता है। गेहूँ की फसल में एक एकड़ जमीन को सही मात्रा में खाद देना बहुत जरूरी है, इसलिए आपको एक एकड़ जमीन में दो बार खेत में यूरिया खाद डालना होगा।आपको विशेष ध्यान रखना होगा कि आपको 1 एकड़ जमीन में सिर्फ 100 से 120 किलो खाद ही डालना है, तभी आप सही उत्पादन प्राप्त कर पाएंगे। आपको सारी खाद एक साथ गेहूँ की फसल में नहीं डालनी है, ऐसा करने से फसल के लिए अच्छा साबित नहीं होगा। आपको पहली बार सिंचाई के बाद गेहूँ की फसल में 50 से 60 किलो यूरिया डालना है, बुवाई के लगभग एक महीने बाद। इसके बाद आपको गेहूँ की फसल में यूरिया तब डालना है जब फसल में बालियां दिखने लगें। इस प्रकार गेहूँ की फसल में सही मात्रा में और सही समय पर खाद देना बहुत जरूरी है।
Maruti को छोड़िये मात्र 1 लाख देकर घर लाये Tata की परम सुंदरी, क्वालिटी फीचर्स के साथ दमदार इंजन
गेहूँ की सिंचाई का सही समय
गेहूँ की फसल में सिंचाई के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि इसे चार परिस्थितियों में किया जाता है। गेहूँ की फसल को लगभग चार से पांच बार सिंचाई की जरूरत होती है। तो सबसे पहले आपको इस बात पर ध्यान देना होगा कि पहली सिंचाई गेहूँ की बुवाई के लगभग 21 दिन बाद करनी चाहिए। इसके बाद आपको दूसरी सिंचाई लगभग 45 से 50 दिन बाद करनी होगी। तीसरी सिंचाई की बात करें तो इसे लगभग 55 से 60 दिन के भीतर करना होगा। इसके बाद आपको 75 से 80 दिन में गेहूँ में चौथी सिंचाई करनी होगी। अगर इसके बाद भी गेहूँ को सिंचाई की जरूरत है तो आपको 110 दिन बाद आखिरी और पांचवीं सिंचाई करनी चाहिए। इस तरह से अगर आप समय के अनुसार सिंचाई करते हैं तो आपका उत्पादन भी अच्छा होगा और फसल भी खराब नहीं होगी।