भारी बारिश से Madhya Pradesh में बाढ़ जैसे हालात, छतरपुर -टीकमगढ़ में गांव डूबे

MP News: मध्यप्रदेश में भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। छतरपुर और टीकमगढ़ के कई गांव पानी में डूब गए हैं, वहीं ग्वालियर समेत चार जिलों में डैम के गेट खोलने का फैसला लिया गया है ताकि जलस्तर को काबू में रखा जा सके। निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है।
शिवपुरी में पहाड़ी धंसी, हाईवे पर मलबा गिरा
शिवपुरी जिले के मड़ीखेड़ा अटल सागर डैम के पास शुक्रवार को पटी घाटी में पहाड़ी धंस गई, जिससे मलबा और पेड़ सड़क पर गिर गए। इस कारण हाईवे पर घंटों जाम लग गया और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और दो घंटे के भीतर मलबा हटाकर मार्ग को फिर से चालू किया। लगातार हो रही बारिश ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश से 54 डैम ओवरफ्लो, नर्मदा उफान पर और 12 जिलों में अलर्ट
ग्वालियर-चंबल में अलर्ट, छतरपुर में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कई जगहों पर रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। छतरपुर जिले के खजुराहो में 6 इंच और नौगांव में 5.2 इंच बारिश दर्ज की गई। सतना में 5.7 इंच, दतिया में 5.1 इंच और टीकमगढ़ में 3.6 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई। ग्वालियर में भी 1.8 इंच बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के 7 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है, जिनमें नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, अशोकनगर, विदिशा, सागर, दमोह, निवाड़ी, पन्ना, सतना, रीवा और मऊगंज शामिल हैं।
राहत कार्य में जुटा प्रशासन, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा
भारी बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, खासकर छतरपुर, पन्ना और आसपास के क्षेत्रों में, जहां डेमों से पानी छोड़ा गया है। प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी निकाला जा रहा है। राज्य सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।