हज यात्रा गाइडलाइन में बड़ा बदलाव, भोपाल की जगह सिर्फ इंदौर को मिली मंजूरी

MP News: हज यात्रा को लेकर मध्य प्रदेश के मुसाफिरों को इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। भोपाल को इम्बारकेशन प्वॉइंट की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है, यानी अब मक्का-मदीना जाने के लिए सीधी फ्लाइट सिर्फ इंदौर से ही मिलेगी। सेंट्रल हज कमेटी ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है और आवेदन की प्रक्रिया 30 जुलाई तक चलेगी।
भोपाल को हटाकर सिर्फ इंदौर से उड़ान की मंजूरी
सेंट्रल हज कमेटी द्वारा जारी लिस्ट में देशभर के 17 शहरों को इम्बारकेशन प्वॉइंट में शामिल किया गया है, लेकिन मध्य प्रदेश से सिर्फ इंदौर को ही जगह दी गई है। इसका मतलब है कि भोपाल समेत आसपास के जिलों के यात्रियों को अब हज पर जाने के लिए इंदौर जाना होगा। पिछले साल प्रदेश से लगभग 8500 हज यात्री रवाना हुए थे, जिनमें भोपाल से जाने वालों की संख्या भी काफी थी। अब इन्हें अतिरिक्त यात्रा करनी होगी, जिससे समय और खर्च दोनों बढ़ेंगे। गाइडलाइन के मुताबिक, इन शहरों में से ही अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से हज यात्रा संभव होगी, जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, लखनऊ आदि।
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संगठनों का विरोध, बोले राजधानी के साथ नाइंसाफी
भोपाल का नाम हटाए जाने के फैसले के खिलाफ कई संगठनों ने विरोध दर्ज कराया है। ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसायटी के मोहम्मद तौफीक ने कहा कि भोपाल राजधानी है, इसके बावजूद इसे लिस्ट से बाहर करना गलत है। उन्होंने बताया कि इस फैसले को बदलवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय और हज कमेटी को पत्र भेजकर भोपाल को इम्बारकेशन प्वॉइंट में शामिल करने की मांग की जाएगी। उनका कहना है कि इस कदम से राजधानी के सैकड़ों यात्रियों को अतिरिक्त परेशानी होगी, जो कि नाइंसाफी है।
आवेदन की प्रक्रिया जारी, जानिए जरूरी बातें
नई गाइडलाइन के मुताबिक हज यात्रा के लिए आवेदन 30 जुलाई तक किया जा सकता है। आवेदन फॉर्म में यात्रियों को इम्बारकेशन प्वॉइंट का चयन करना होगा, और इस बार मध्य प्रदेश से सिर्फ इंदौर ही विकल्प रहेगा। बता दें कि इंदौर के अलावा देशभर में श्रीनगर, गया, गुवाहाटी, जयपुर, नागपुर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन, अहमदाबाद, चेन्नई, लखनऊ और कालीकट को शामिल किया गया है। इससे पहले भोपाल भी इस सूची में था, पर इस बार इसे बाहर कर दिया गया है। इस बदलाव से भोपाल और आसपास के जिलों के हज यात्रियों को नई रणनीति बनानी होगी।