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मध्यप्रदेश के 6 शहरों में जल्द शुरू होगी Electric Bus सेवा, जानें किन रूट्स पर दौड़ेंगी

मध्यप्रदेश सरकार ने 2025 में ईवी नीति लागू करने का ऐलान किया है, जिसका मकसद प्रदूषण घटाकर परिवहन व्यवस्था को स्मार्ट बनाना है। इसी नीति के तहत केंद्र सरकार ने राज्य के छह प्रमुख शहरों में इलेक्ट्रिक बसों की योजना को हरी झंडी दे दी है। योजना के पहले चरण में 582 ई-बसें सड़कों पर उतरेंगी।

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इंजन नहीं, मोटर और बैटरी से दौड़ेंगी बसें

इन Electric Bus में डीजल इंजन की जगह एडवांस इलेक्ट्रिक मोटर लगाई जाएगी, जिससे आवाज और प्रदूषण दोनों में भारी कमी देखने को मिलेगी। इन बसों में हाई पावर लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जाएगा जो एक बार चार्ज होने पर लंबे समय तक चलने में सक्षम होगी। मोटर की पावर और टॉर्क शहर की ट्रैफिक स्थिति के अनुसार तय की गई है जिससे यात्रियों को स्मूद राइड मिल सके।

माइलेज नहीं, अब बात है रेंज की

इन ई-बसों की सबसे बड़ी खासियत इनकी रेंज है। एक बार फुल चार्ज होने पर ये बसें लगभग 150 से 200 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेंगी। यह रेंज शहरों के अंदरूनी रूट्स और ट्रैफिक पैटर्न को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई है। चार्जिंग के लिए अलग से डिपो में फास्ट चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे जिससे चार्जिंग समय भी कम रहेगा।

अन्य फीचर्स और तकनीकी जानकारी

इन बसों में जीपीएस ट्रैकिंग, रियल टाइम लोकेशन अपडेट, सीसीटीवी कैमरा, ऑटोमेटिक डोर सिस्टम, पैनिक बटन जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। यात्रियों की सुविधा के लिए लो-फ्लोर डिज़ाइन रखा गया है जिससे बुजुर्ग और दिव्यांगजन को चढ़ने-उतरने में कोई दिक्कत न हो। एयर कंडीशनिंग सिस्टम भी इन बसों में स्टैंडर्ड फीचर के रूप में मिलेगा।

कीमत और योजना में सहयोग

इन इलेक्ट्रिक बसों की योजना के तहत 60% खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी जबकि बाकी 40% खर्च राज्य सरकार उठाएगी। बसों की खरीद, डिपो निर्माण और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर यह फंड खर्च किया जाएगा। पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत राज्य सरकार ने पहले चरण में इंदौर में 150, भोपाल में 100, ग्वालियर में 100, जबलपुर में 100, उज्जैन में 100 और सागर में 32 बसों के संचालन की रूपरेखा तैयार की है।

नया लुक और डिज़ाइन

इन ई-बसों का बाहरी लुक मॉडर्न और आकर्षक होगा, जिसमें एलईडी हेडलाइट्स, डिजिटल डिस्प्ले और ब्राइट कलर स्कीम दी जाएगी। बसों का इंटीरियर आरामदायक सीटिंग, सफाई और वेंटिलेशन को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके।

परफॉर्मेंस और शहरों की तैयारी

चूंकि यह बसें पूरी तरह इलेक्ट्रिक होंगी, इसलिए इनका ऑपरेशन काफी स्मूद और साइलेंट होगा। राज्य के शहरी परिवहन विभाग ने ऑपरेटरों का चयन कर लिया है और डिपो निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जल्द ही यह बसें ट्रायल रन पर उतरेंगी और फिर नियमित सेवाओं में शामिल होंगी।

Ankush Baraskar

मेरा नाम Ankush है मैं एक अनुभवी कंटेंट राइटर हूँ। मुझे कंटेंट राइटिंग में लगभग 3 साल का अनुभव है। मैं अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च करके ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, और ट्रेंडिंग से जुड़े आर्टिकल लिखता हूँ।

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