अगर World War शुरू हो जाए तो सबसे पहले कैसे पता चलेगा? जानिए सच्चाई

World War: अगर तीसरा विश्व युद्ध जैसी कोई स्थिति बनती है, तो इसकी भनक सबसे पहले सीमाओं पर बढ़ते तनाव, बड़े सैन्य हमलों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अचानक बढ़े सुरक्षा अलर्ट से लग सकती है। जब एक से ज्यादा ताकतवर देश हथियार उठाते हैं और सैन्य टकराव शुरू हो जाता है, तो यह संकेत होता है कि मामला सिर्फ दो देशों तक सीमित नहीं रहेगा। सोशल मीडिया, न्यूज़ चैनल्स और उपग्रह तस्वीरों के जरिए ऐसी हलचलें दुनिया तक पहुंचने लगती हैं।
क्या कोई इसे आधिकारिक रूप से घोषित करता है?
किसी देश की सरकार जैसे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या संसद ही किसी युद्ध का आधिकारिक ऐलान करती है। इसे Declaration of War कहा जाता है, जो आमतौर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस, सरकारी बयान या संसद में भाषण के ज़रिए सामने आता है। हालांकि 1907 के हेग कन्वेंशन के मुताबिक, किसी भी युद्ध की शुरुआत से पहले इसकी सूचना देना ज़रूरी है, पर अब ऐसा हमेशा नहीं होता।
आजकल बिना ऐलान ही शुरू हो जाते हैं युद्ध
दूसरे विश्व युद्ध के बाद से ज्यादातर सैन्य संघर्ष बिना औपचारिक ऐलान के ही शुरू होते रहे हैं। कई देश “स्पेशल ऑपरेशन”, “डिफेंस मिशन” या “सुरक्षा कार्रवाई” के नाम पर हमला करते हैं, लेकिन इसे युद्ध घोषित नहीं करते। इसके बावजूद, जब हालात गंभीर हो जाते हैं, तो मीडिया, आम जनता और अंतरराष्ट्रीय संगठन इसे युद्ध मानने लगते हैं।
संयुक्त राष्ट्र क्या करता है?
युद्ध की स्थिति बनने पर संयुक्त राष्ट्र (UN) की सुरक्षा परिषद तय करती है कि यह वैश्विक शांति के लिए खतरा है या नहीं। अगर ऐसा माना जाता है, तो UN किसी भी पक्ष के खिलाफ प्रतिबंध, चेतावनी या सामूहिक कार्रवाई की अनुमति दे सकता है।