
जिस युवा मुर्गी पालक की हम बात कर रहे हैं वह महज 18 साल के हैं और मुर्गी पालन करके 12 लाख रुपये तक कमा रहे हैं। उनका कहना है कि वह 5 साल से मुर्गी पालन कर रहे हैं। उनका नाम अरविंद है और वह अलवर के रहने वाले हैं। उन्होंने मुर्गी पालन का एक बेहतरीन तरीका अपनाया है। जिससे लागत भी कम आती है। मुर्गी पालन के साथ-साथ वह पढ़ाई भी कर रहे हैं। उन्होंने वेटरनरी में एडमिशन लिया हुआ है।
उनका कहना है कि उन्होंने अपने पिता की मदद से शुरुआत की थी। क्योंकि अब उनकी उम्र 18 साल है। वह 5 साल से मुर्गी पालन कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें इसका शौक भी था। आइए जानते हैं कि वह कैसे मुर्गी पालन कर रहे हैं।
खुले में मुर्गी पालन
अरविंद जी खुले में मुर्गी पालन करते हैं। जिससे चारे आदि का खर्चा कम आता है। साथ ही सफाई भी ज्यादा नहीं करनी पड़ती है। सुबह 6:00 बजे वह अपने बगीचे में मुर्गियों को छोड़ देते हैं और शाम को 6:00 बजे बंद कर देते हैं। जिससे उन्हें पूरे दिन चारा मिलता रहता है। इसके अलावा उन्हें अपने खाने में बाजरा भी देते हैं।
50 किलो बाजरे के दाने छिड़कते हैं। क्योंकि वे बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन करते हैं। इसके अलावा वे सब्जी मार्केट से वह सब्जियां उठा लाते हैं जिन्हें दुकानदार फेंक देते हैं और उन्हें अपनी मुर्गियों को खिलाते हैं। जैसे सब्जी के छिलके या बची हुई सब्जियां।
वे खुले में मुर्गी पालन करते हैं। जिसके लिए उन्होंने घर के चारों ओर जाल लगाया हुआ है। जो कि महीन जाल है ताकि कोई जानवर अंदर ना आ सके। जाल 8 फीट ऊंचा है ताकि कुत्ते आदि भी अंदर ना आ सकें। आइए जानते हैं कि वे किस नस्ल की मुर्गी पालते हैं और उन्हें पालकर कितना कमाई करते हैं।
सोनाली नस्ल की मुर्गी
वे सोनाली नस्ल की मुर्गी पालते हैं। यह अच्छी मुर्गी है। इसके चूजे की भी अच्छी कीमत मिलती है। साथ ही यह अंडे देने में भी अच्छी होती है। इन मुर्गियों के अंडों से भी वे अच्छी खासी कमाई करते हैं।
मुर्गी पालन में कमाई
सोनाली मुर्गी पालन कमाई के लिए एक अच्छा विकल्प है। एक बैच से वे 4 से 5 लाख रुपये की कमाई करते हैं। शुरुआत में उन्होंने 2000 का बैच लिया था। इसके बाद इस बार वे 4000 का तीन और बैच लाने वाले हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 3000 के एक बैच से 4 से 5 लाख रुपये की कमाई की है। अंडों की कीमत की बात करें तो यह 20 से 25 रुपये तक मिलते हैं। थोक में अंडों की कीमत 18 से 19 रुपये मिलती है। इसके अलावा वे पास के बाजार के अलावा दिल्ली और जयपुर में भी अंडे बेचते हैं। इस तरह से आप देख सकते हैं कि मुर्गी पालन को अतिरिक्त व्यवसाय के रूप में भी किया जा सकता है।